छत्तीसगढ़ / 9 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ, 6 को पहली बार मिला मौका
Tue, Dec 25, 2018 7:21 PM
- 35 साल के उमेश पटेल सबसे युवा मंत्री, कैबिनेट की औसत उम्र 57 साल
- मंत्रिमंडल में जातिगत समीकरण को महत्व, तीन आदिवासी, दो सतनामी समाज के विधायकों को मौका
- पहली बार के विधायकों को जगह नहीं, एक महिला मंत्री
रायपुर. छत्तीसगढ़ में मंगलवार को नौ मंत्रियों ने शपथ ली। कवासी लखमा, शिव डहरिया, उमेश पटेल, जयसिंह अग्रवाल, गुरु रुद्र कुमार और अनिला भेड़िया को पहली बार मंत्री बनाया गया है। इससे पहले 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू ने भी शपथ ली थी। इसके साथ ही अब कैबिनेट में कुल 12 मंत्री हो गए हैं। राज्य में मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्री हो सकते हैं। इस तरह एक पद अभी खाली है।
ये 9 विधायक बने मंत्री
- रविंद्र चौबे : पहले मंत्री और नेता प्रतिपक्ष रहे। ब्राह्मण वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- प्रेमसाय सिंह टेकाम : सरगुजा का प्रतिनिधित्व करते हैं। पहले भी मंत्री रहे।
- मो. अकबर : जोगी सरकार में मंत्री रहे। एकमात्र अल्पसंख्यक नेता। सर्वाधिक 59,284 वोटों से जीत का रिकॉर्ड।
- कवासी लखमा : बस्तर से आदिवासी प्रतिनिधित्व। चार बार के विधायक।
- शिव डहरिया : कार्यकारी अध्यक्ष। सतनामी समाज के नेता। सीट बदलकर आरंग से जीते।
- अनिला भेड़िया : दूसरी बार विधायक। महिला और आदिवासी वर्ग की शर्त पूरी करती हैं।
- जयसिंह अग्रवाल : तीसरी बार के विधायक। कोरबा जिले का प्रतिनिधित्व पूरा करेंगे।
- गुरु रुद्र कुमार : समाज के गुरु परिवार से ताल्लुक। दूसरी बार के विधायक।
- उमेश पटेल : दूसरी बार के विधायक। स्व. नंदकुमार पटेल के बेटे। ओपी चौधरी को हराया।
उमेश सबसे युवा, ताम्रध्वज सबसे बुजुर्ग
35 साल के उमेश पटेल सबसे युवा मंत्री हैं। उनके पिता नंदकुमार पटेल 2013 के झीरमघाटी हमले में मारे गए थे। 69 साल के ताम्रध्वज साहू सबसे बुजुर्ग मंत्री हैं। 57 साल के बघेल कैबिनेट की औसत उम्र भी 57 साल है।
सभी मंत्री करोड़पति
भूपेश बघेल समेत सभी 12 मंत्री करोड़पति हैं। सबसे युवा मंत्री उमेश पटेल के पास सबसे कम 1.78 करोड़ रुपए की संपत्ति है। टीएस सिंहदेव सबसे अमीर मंत्री हैं। उनके पास 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।
12 मंत्रियों में से 7 ग्रेजुएट
शिक्षा |
कितने मंत्री |
ग्रेजुएट |
7 |
पोस्ट ग्रेजुएट |
3 |
बारहवीं |
2 |
महंत बनेंगे विधानसभा अध्यक्ष
- वोरा बन सकते हैं उपाध्यक्ष : सक्ती से विधायक और पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत विधानसभा अध्यक्ष बनेंगे। जबकि, दुर्ग शहर से चुने गए वरिष्ठ विधायक अरुण वोरा को उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है। वोरा तीसरी बार विधायक चुने गए हैं।
- अमरजीत के हाथों पीसीसी की कमान : भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद अब पीसीसी की कमान आदिवासी नेता को देने की तैयारी है। मंत्री पद की दौड़ में शामिल रहे अमरजीत भगत को पीसीसी अध्यक्ष बनाया जा रहा है। वे आक्रामक शैली की राजनीति के लिए जाने जाते हैं।
- पहली बार के विधायकों को मौका नहीं : कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि पहली बार के विधायकों को मौका नहीं दिया गया है। नए कैबिनेट में प्रदेश के सभी क्षेत्रों, जाति और वर्गों का समावेश है। साथ ही अनुभव को भी तरजीह दी गई है।
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