राकेश पांडेय (रायपुर). कांग्रेस ने सरकार बनने के 10 दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। इस योजना का लाभ 16.65 लाख किसानों काे ही नहीं, बल्कि नव निर्वाचित 16 विधायकों को भी मिलेगा। खास बात यह है कि इनमें सबसे अधिक 13 विधायक सत्तादल यानी कांग्रेस के हैं। रविंद्र चौबे, ननकीराम कंवर, देवव्रत सिंह, बृहस्पति सिंह समेत तीनों दलों के दिग्गज विधायक भी कर्जदार हैं। सहकारिता विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सरकार ने सभी किसानों का कर्ज माफ करने का फैसला लिया है।
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने जन घोषणा पत्र में किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। शपथ ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तत्काल कर्ज माफी का आदेश जारी करवाया। राज्य के 16.65 लाख किसानों के अल्पकालीन कृषि ऋण माफ किए जाएंगे। इनमें छोटे और बड़े सभी तरह के किसान शामिल हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों ने जो शपथ पत्र दिया था, उनमें से 16 विधायक ऐसे हैं, जिन पर कृषि ऋण है। विधायकों पर करीब 1.50 करोड़ रुपए का कर्ज है। यह कर्ज भी माफ हो जाएगा। बता दें कि कर्जमाफी के फैसले से शासन पर करीब 6100 करोड़ रुपए का वित्तीय भार आएगा। कर्जमाफी के साथ सरकार ने किसानों को दो साल के धान का बकाया बोनस देने और 2500 रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी करने का निर्णय लिया है।
सबसे ज्यादा सत्तादल कांग्रेस के विधायक
विधानसभा चुनाव के दौरान दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक सबसे ज्यादा कर्ज जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से खैरागढ़ सीट से चुनाव जीते देवव्रत सिंह शामिल हैं। देवव्रत पर 45 लाख रुपए का कर्ज है। दलवार देखें तो सबसे ज्यादा कांग्रेस के विधायक कर्जदार हैं। 16 में से 13 विधायक कांग्रेस के हैं, जिन पर कर्ज है। जबकि भाजपा के दो विधायक ननकीराम कंवर और रजनीश सिंह पर खेती-किसानी का कर्ज है। देवव्रत के बाद दूसरे नंबर पर डोंगरगांव के विधायक दलेश्वर साहू हैं।
अल्पकालीन कृषि ऋण ही होगा माफ
सरकार ने कृषि ऋण माफी के अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि खाद, बीज आदि खेती के काम के लिए गए अल्पकालीन कृषि ऋण माफ किए जाएंगे। विभागीय अफसरों का कहना है कि आदेश में सरकार ने जोत के आकार और कृषकों के प्रकार को लेकर कोई बाध्यता नहीं रखी है। केवल एक ही बाध्यता है कि अल्पकालीन ऋण होना चाहिए। वह भी 30 नवंबर से पहले का। इससे साफ है कि माननीय विधायक हों, अफसर हों या फिर आम किसान हो, सभी को छूट का लाभ मिलेगा।
कर्जदार किसानों में से हर का औसतन 60-65 हजार कर्ज होगा माफ
नाबार्ड अपेक्स बैंक को पैसा देता है। अपेक्स बैंक जिला सहकारी मर्यादित बैंक को और वहां से सोसायटियों को पैसा जाता है। किसानों को ऋण सोसायटियों के माध्यम से ही मिलता है। हालांकि, राष्ट्रीयकृत कृषि बैंक भी ऋण जारी करते हैं, लेकिन सरकार के आदेश में फिलहाल इसे शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में राष्ट्रीय कृत बैंकों से जारी कृषि ऋण पर किसी को कोई छूट नहीं मिलेगी। अल्पकालीन कृषि ऋण के दायरे में अधिकांशत: लघु और सीमांत कृषक आते हैं। 5 एकड़ तक कृषि जोत के स्वामी सीमांत कृषक और इससे कम कृषि जोत रखने वाले को लघु कृषक कहलाते हैं। उल्लेखनीय है कि अल्पकालीन कृषि ऋण के तहत प्रति एकड़ 10 से 15 हजार रुपए दिए जाते हैं। प्रदेश में कुल 16 लाख 65 हजार किसानों के ऋण माफ होंगे। ऐसे में हर किसान का औसतन लगभग 60-65 हजार रुपए की ऋण माफी होगी।
{देवव्रत सिंह, खैरागढ़, जोगी कांग्रेस – 45 लाख
{दलेश्वर साहू, डोंगरगांव, कांग्रेस - 36,20,996
{लालजीत सिंह, धरमजयगढ़, कांग्रेस – 8,16,760
{छन्नी साहू, खुज्जी, कांग्रेस - 59,050
{मोहन मरकाम, कोंडागांव, कांग्रेस – 3,06,728
{चक्रधर प्रसाद सिदार, लैलूंगा, कांग्रेस - 1,45,069
{विनोद चंद्राकर, महासमुंद (पत्नी समेत), कांग्रेस - 5,78,280
{पारसनाथ राजवाड़े, भटगांव, कांग्रेस - 1,24,320
{चिंतामणि महाराज, सामरी, कांग्रेस - 90, 000
{रविंद्र चौबे, साजा, कांग्रेस - 3,01,980
{बृहस्पति सिंह, रामानुजगंज, कांग्रेस – 34,29,066
{ममता चंद्राकर, पंडरिया, कांग्रेस - 6,50,000
{खेलसाय सिंह, प्रेमनगर, कांग्रेस – 3,53,409
{गुरुदयाल सिंह बंजारे, नवागढ़, कांग्रेस -3,20,035
{ननकीराम कंवर, रामपुर, भाजपा – 13,800
{रजनीश सिंह, बेलतरा, भाजपा - 1,92,860
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