भोपाल. मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल के नामों की सूची को फाइनल करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बैठक की। देर रात तक चली इस बैठक में तीनों नेताओं के बीच मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नामों पर चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नाम शनिवार को फाइनल कर लिए जाएंगे।
इसके पूर्व नाथ ने दिल्ली पहुंचते ही गुरुवार रात को भी सांसद सिंधिया से मुलाकात की थी। सूत्रों के अनुसार शनिवार को एंटनी, नाथ और सिंधिया कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलेंगे और उनसे चर्चा के बाद मंत्रिमंडल का अनुमोदन करवा लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नाथ ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि अभी मंत्रिमंडल के गठन की कोई जल्दी नहीं, अभी एक दो दिन का समय हमारे पास है इससे यह माना जा रहा है कि 24 तारीख को प्रदेश के मंत्रिमंडल को शपथ दिलवाए जाने की संभावना है।
तीनों नेताओं के बीच शुक्रवार को चली लंबी चर्चा में मंत्रिमंडल के गठन में आगामी लोकसभा के समीकरणों को ध्यान में रखा जा रहा है। इसमें गुटीय एवं क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखकर मंत्रिमंडल में वरिष्ठ सदस्यों को शामिल किया जाएगा। इसके अतिरिक्त चार निर्दलियों में से दो को मंत्रिमंडल में स्थान दिए जाने पर भी चर्चा हुई।
नेताओं के बीच हुई चर्चा में यह बात सामने आई कि मंत्रिमंडल का आकार छोटा हो यानी 15 से 20 विधायकों को ही शामिल किया जाए। चार निर्दलीय विधायकों में से दो को कहीं और एडजेस्ट किया जाएगा। नाथ दिल्ली रवाना होने से पहले चारों विधायकों से वन-टू-वन चर्चा कर चुके हैं। वहीं, सपा और बसपा द्वारा बिना शर्त समर्थन दिए जाने के चलते यह साफ नहीं हुआ है कि बसपा के दो और सपा के एक विधायक को मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा या नहीं।
मालवा से सबसे ज्यादा, उसके बाद होंगे ग्वालियर-चंबल के मंत्री : नाथ के मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा तरजीह मालवा और निमाड़ को मिलेगी, इस क्षेत्र 66 में से सबसे ज्यादा 36 विधायक विधानसभा पहुंचे हैं। इसके बाद ग्वालियर-चंबल अंचल की 34 सीटों में से कांग्रेस ने 26 सीटें जाती है, इसलिए इस क्षेत्र का भी खासा प्रतिनिधित्व तय है। इसके बाद महाकौशल को तरजीह दी जाएगी। इसके बाद बुंदेलखंड और विंध्य के चेहरे मंत्रिमंडल का हिस्सा होंगे।
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