काकीनाड़ा. आंध्रप्रदेश के मंत्री पी नारायणा ने कहा है कि फेथई चक्रवात के चलते 28 हजार लोगों को 178 राहत केंद्रों में भेजा गया है। हुदहुद और तितली तूफान की तुलना में फेथई की रफ्तार ज्यादा तेज नहीं है। तट से टकराने के बाद उसकी गति धीमी हुई। सरकार ने प्रभावित इलाकों में जल्द से जल्द मदद पहुंचाने की बात कही है। 19 सीनियर अफसर हालात पर नजर रखे हुए हैं। विजयवाड़ा में लैंडस्लाइड होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
नारायणा ने बताया कि तूफान के चलते काकीनाड़ा शहर समेत आंध्र के 99 गांवों में बिजली नहीं है। बिजली बहाल करने के प्रयासों में अफसर जुटे हुए हैं। 50 से ज्यादा जगहों में पेड़ गिरने की खबर है। लिहाजा कर्मचारी सड़क पर यातायात सामान्य करने में जुटे हैं।
बंगाल की खाड़ी से उठा फेथई तूफान सोमवार को 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंध्र के गोदावरी तट से टकराया। हालांकि कुछ देर के बाद यह तूफान धीमा पड़ गया। इसकी रफ्तार 19 किमी प्रति घंटे की रफ्तार रह गई है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, पूर्वी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बारिश हुई है। बंगाल और झारखंड में बारिश के आसार हैं। दोनों राज्यों में ठंड बढ़ गई है।
तूफान के चलते 14 हजार हेक्टेयर इलाके में फसल बर्बाद हो गई है। करीब 26 हजार मीट्रिक टन उपज भी खराब हुई है। सरकार ने एहतियातन आंध्र प्रदेश में 22 ट्रेनें रद्द कर दी। विशाखापट्टनम एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही रोकी गई। यहां आने वाली सभी फ्लाइट हैदराबाद डायवर्ट की गईं।
पूर्वी गोदावरी जिले में खतरे के मद्देनजर दो दिन स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। आंध्र सरकार ने नागरिकों की सुविधा के लिए 'पीपुल फर्स्ट सिटीजन मोबाइल एप्लीकेशन' लॉन्च की। इस पर तूफान से जुड़ी जानकारी साझा की जा सकती है।
आंध्रप्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक पी. वेंकटेश ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की दो-दो टीमें गुंटूर, कृष्णा पश्चिमी गोदावरी, पूर्वी गोदावरी और विशाखापट्टनम में तैनात की गई हैं। समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं, मछुआरों को समंदर में न जाने की चेतावनी दी गई है।
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