भोपाल. गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई से 48 घंटे बाद 48 ईवीएम सागर स्ट्रांग रूम में भेजे जाने के मामले में कांग्रेस की शिकायत पर बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग ने बुधवार को खुरई के रिटर्निंग आॅफिसर विकास सिंह को हटा दिया है। उनकी जगह सागर की अपर कलेक्टर आईएएस तन्वी हुड्डा की पोस्टिंग की गई है।
इसकी पुष्टि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने की है। इधर, भोपाल में पुलिस मुख्यालय (होमगार्ड) की मैस में मंगलवार को मिले डाक मतपत्र के मामले में आयोग के निर्देश पर एक एएसआई पूर्णिमा श्रीवास्तव को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा होम गार्ड के नगर सैनिक श्याम सिंह और असिल कुमार उईके को भी हटाने की कार्रवाई की जा रही है। पोस्टमैन गोपाल प्रसाद प्रजापति के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। भोपाल कलेक्टर सुदाम पी खाडे ने यह जानकारी दी।
भाजपा प्रत्याशी गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई से 28 नवंबर को हुई वोटिंग के 48 घंटे बाद 30 नवंबर को 48 ईवीएम बगैर नंबर की स्कूल बस से भेजी गई थी। इस पर कांग्रेस पार्टी ने आपत्ति जताते हुए चुनाव आयोग में शिकायत की थी कि चुनाव ड्यूटी में लगे अफसरों ने गृह मंत्री को चुनाव में फायदा पहुंचाने के लिए यह सब किया। सीईओ मध्यप्रदेश ने सागर कमिश्नर को इस मामले की जांच सौंपी थी, जिसकी रिपोर्ट उन्होंने निर्वाचन सदन में भेजी, जिसे वहां से केंद्रीय चुनाव आयोग को भेजा गया। इस पर आयोग ने रिटर्निंग आॅफिसर को हटाया।
कांग्रेस के बाद अब सीएम ने उठाए आयोग की कार्यशैली पर सवाल
आयोग से सबसे ज्यादा तो भाजपा प्रताड़ित हुई, कई बार अमानवीयता हुई
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस बौखलाहट में आयोग पर अनर्गल आरोप लगा रही है। लेकिन, इतना कहने के बाद सीएम ने खुद ही आयोग पर कटाक्ष कर दिया। कहा- ‘अफसरों और आयोग से सबसे ज्यादा भाजपा प्रताड़ित हुई। आचार संहिता के पालन में कई बार तो आयोग अमानवीय भी हो गया। प्रचार थमने के बाद 27 नवंबर को मुझे रघुवीर दांगी के अंतिम संस्कार में विदिशा जाना था, लेकिन आयोग ने अनुमति नहीं दी। मुख्यमंत्री सीएम निवास में मीडिया से बात कर रहे थे।
सीएम ने अफसरों की गोपनीय बैठक बुलाई :
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री बांधवगढ़ छुट्टी मनाने नहीं चुनाव ड्यूटी में लगे अफसरों के साथ गोपनीय बैठक करने जा रहे हैं। सीएम ने आयोग पर आरोप लगाया कि उसने चुनाव के दौरान भाजपा को ज्यादा प्रताड़ित किया। इन दोनों मामलों पर केंद्रीय चुनाव आयोग संज्ञान ले।
नया विवाद : आयोग को जानकारी दिए बगैर विधानसभा सचिव पद पर संविदा नियुक्ति आचार संहिता के बीच बुधवार को विधानसभा में सचिव के रिक्त पद पर आयोग की इजाजत लिए बगैर रिटायर्ड डिस्ट्रिक्ट जज शिशिर चौबे की संविदा नियुक्ति कर दी गई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने कहा कि उन्हें इस संबंध में विधानसभा से कोई जानकारी नहीं दी गई है। विधानसभा से इस मामले में जानकारी मांगी गई है। विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह से जब इस बारे में जानना चाहा तो उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला।
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