दंतेवाड़ा. बस्तर में संचालित अन्ना एंड अन्ना कंपनी के संचालक गणेश नायडू की नक्सलियों ने बुधवार को गला रेतकर हत्या कर दी। साथ ही जिंदल कंपनी के जिस वाहन से नायडू मिलने के लिए गए थे, नक्सलियों ने उसमें भी अाग लगा दी है। नक्सलियों ने ही फोन कर नायडू काे मिलने के लिए बुलाया था। नायडू को आदिवासी नेता स्व. महेंद्र कर्मा का करीबी माना जाता था।
भांसी थाना क्षेत्र के कमालूर में जिंदल कंपनी के काम की गणेश नायडू ठेकेदारी भी करते थे। नक्सलियों ने उन्हें फरसपाल रोड स्थित पडेवार गांव के बाहर फोन कर मिलने के लिए बुलाया था। इसके बाद वहां जन अदालत लगाकर उनका गला रेतकर हत्या कर दी। एसपी अभिषेक पल्लव ने इस घटना की पुष्टि की है।
जिंदल कंपनी की जिस बोलेरो में नायडू नक्सलियों से मिलने गया था, उसे भी उन्होंने आग के हवाले कर दिया। फिलहाल उनके शव को बरामद करने डीआरजी की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। सरल स्वभाव व मिलनसार व्यक्तित्व के धनी गणेश नायडू की नक्सलियों द्वारा हत्या किए जाने को लेकर जगदलपुर में काफी रोष व्याप्त है।
लौह अयस्क खदान की लीज स्वीकृति से पहले ड्रिलिंग के जरिए पूर्वेक्षण का काम जिंदल कंपनी कर रही है। पहले भी मशीनें जलाए जाने और मजदूरों की बेदम पिटाई की घटना इस इलाके में हो चुकी है। गणेश नायडू जिंदल कंपनी के ठेकेदार थे। विगत कई वर्षों से वह दंतेवाड़ा, सुकमा, कोंटा इलाके में काम कर रहे थे। नायडू जगदलपुर में ही रहा करते थे।
राज्यपाल का दंतेवाड़ा में प्रवास होने के कारण पुलिसकर्मी उनकी ड्यूटी में व्यस्त हैं। जिसके चलते वह काफी देर बाद भी मौके पर नहीं पहुंच सके।
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