लाहौर. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के मौके पर भारत और पाकिस्तान के बीच दोस्ती पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और हिंदुस्तान दोनों एटमी ताकत वाले देश हैं और ऐसे देशों के बीच कभी जंग नहीं हो सकती। इमरान ने कहा कि दोनों देशों के बीच कश्मीर का मसला उलझा है। दुनिया चांद पर पहुंच गई है और हम कश्मीर पर अटके हैं।
दोनों तरफ एक इरादे वाली लीडरशिप चाहिए
पाक पीएम ने कहा- हम भारत के साथ मजबूत रिश्ते चाहते हैं। भारत को ये सोचना चाहिए कि हमारे पास कितनी संभावनाएं हैं। हम लोगों के बीच 70 सालों से विवाद चल रहा है। दोनों देश तब तक आगे नहीं बढ़ सकते, जब तक हम अतीत की जंजीरें नहीं तोड़ेंगे। दोनों तरफ एक जैसे इरादे वाली लीडरशिप चाहिए, मैं कहता हूं कि मसला हल हो जाएगा। एक बड़ा ख्वाब चाहिए। माजी (अतीत) सिर्फ सीखने के लिए है, उसमें बने रहने के लिए नहीं। अतीत हमें सबक सिखाता है। हम एक कदम आगे बढ़कर दो कदम पीछे चले जाते हैं। अभी हमारे बीच वो ताकत नहीं है कि ताल्लुकात ठीक करने के लिए हम फैसला कर पाएं।
'फ्रांस और जर्मनी साथ आ सकते हैं तो हम क्यों नहीं'
पाक प्रधानमंत्री ने कहा, "जंगों में एक-दूसरे के करोड़ों लोगों को मारने वाले फ्रांस और जर्मनी हमसाये की तरह रह सकते हैं। उनकी सीमाएं खुल गई हैं, दोनों के बीच व्यापारिक, सांस्कृतिक रिश्ते हैं। उनकी लीडरशिप ने भी एक दिन फैसला किया कि अतीत की जिन जंजीरों ने हमें रोका हुआ है, हम उन्हें तोड़ देंगे। अगर वो आगे बढ़ सकते हैं तो वो हम क्यों नहीं बढ़ सकते? मैं मानता हूं कि हमने भी एक-दूसरे के लोग मारे हैं, लेकिन जर्मनी और फ्रांस जैसा कत्लेआम कभी नहीं हुआ।"
"पाकिस्तान के नेता और फौज दोनों एकसाथ हैं'
इमरान ने कहा, 'मैं जब भी हिंदुस्तान जाता था, तब हमेशा कहा जाता था कि फौज दोस्ती नहीं होने देगी। मैं आपके सामने कह रहा हूं कि आज पाकिस्तान में हमारी पार्टी, दूसरी पार्टियां, हमारे फौज सभी लोग एकसाथ खड़े हैं। हम आगे बढ़ना चाहते हैं। हम भारत के साथ सिवलाइज्ड रिलेशनशिप चाहते हैं। मजबूत रिश्ते चाहते हैं।"
"सिद्धू के पाक दौरे की बुराई क्यों?'
इमरान ने कहा, "मैंने देखा कि सिद्धू पिछली बार जब पाकिस्तान से वापस हिंदुस्तान गए तो उनके दौरे की बहुत बुराई हुई। मुझे समझ नहीं आया कि ऐसा क्यों हुआ? वह इंसान दोस्ती और प्यार का पैगाम लेकर आया था। उसने दो ऐसे मुल्कों के बीच दोस्ती की बात की, जिनके पास एटमी हथियार हैं। ऐसे मुल्कों में जंग की सोचना पागलपन है। ऐसी जंग सब हार जाएंगे। जब जंग नहीं करनी है तो दूसरा रास्ता दोस्ती का है।"
"सिद्धू पाकिस्तान से इलेक्शन जीत जाएंगे"
पाक प्रधानमंत्री ने कहा, "सिद्धू आप तो आकर पाकिस्तान से इलेक्शन लड़ लो, आप यहां जीत जाओगे, खासतौर पर पंजाब से। मैंने दो तरह की लीडरशिप की बात कही थी। एक चांस लेने वाले की और दूसरी उसकी जो डरता है, लोगों को डराकर-लड़ाकर वोट लेता है। ऐसा न हो कि हमें भारत-पाक की दोस्ती के लिए सिद्धू के वजीर-ए-आजम बनने का इंतजार करना पड़े। दोनों देशों की लीडरशिप को पहले ही ये कदम उठा लेना चाहिए।'
सिद्धू ने इमरान की तारीफ में कविता पढ़ी
इमरान से पहले इसी मंच से सिद्धू ने भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने इमरान खान की तारीफ की। उन्होंने इमरान के अमन-दोस्ती और प्यार का चेहरा बनने की उम्मीद की और उनकी तारीफ में एक कविता भी पढ़ी। इस कविता में सिद्धू ने इमरान को यार-दिलदार इमरान खान कहा।
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