न्यूयॉर्क. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, उनके परिवार और फाउंडेशन के खिलाफ केस लौटाने की मांग अदालत ने शुक्रवार को खारिज कर दी। ट्रम्प के वकीलों ने सुप्रीमेसी क्लॉज का हवाला देते हुए कहा था कि मौजूदा राष्ट्रपति के खिलाफ मुदकमा नहीं चलाया जा सकता। लेकिन, जस्टिस सलिअन स्क्रैपुला ने कहा कि बचाव पक्ष ऐसा कोई उदाहरण नहीं दे पाया जिसमें किसी अदालत ने ऐसे मामलों में सिटिंग प्रेसिडेंट के खिलाफ केस रद्द किया हो।
अमेरिकी राष्ट्रपति पर आरोप है कि उन्होंने निजी कारोबारी और राजनीतिक फायदे के लिए ट्रम्प फाउंडेशन का इस्तेमाल किया। फांउडेशन ने 10 साल से ज्यादा समय तक कानून का उल्लंघन किया। न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल ने बारबरा अंडरवुड ने इस साल जून में मैनहट्टन स्टेट सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दायर किया था।
जज ने ट्रम्प की यह दलील भी गलत ठहराई कि इस मामले में स्टेट कोर्ट के पास कम अधिकार हैं। उन्होंने कहा कि संविधान के मुताबिक अदालती प्रक्रिया की वजह से शासन से जुड़े अधिकारियों के कामकाज में खलल नहीं पड़ना चाहिए। लेकिन, ट्रम्प के मामले में ऐसी कोई संभावना नहीं है।
अदालत के इस फैसले से ट्रम्प के खिलाफ दूसरे मामलों में भी कानूनी कार्रवाई के आसार बढ़ गए हैं। अमेरिकी रियल्टी शो 'द अप्रेंटिस' की कंटेस्टेंट समर जेरवोस ने डोनाल्ड ट्रम्प पर साल 2007 में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। वो ट्रम्प के खिलाफ केस करने की योजना बना रही हैं। ट्रम्प ने आरोपों को गलत बताया था। वो 'द अप्रेंटिस' के होस्ट रह चुके हैं।
Comment Now