नई दिल्ली. जेट एयरवेज के स्वतंत्र निदेशक रंजन मथाई ने इस्तीफा दे दिया है। एयरलाइन ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। मथाई के पद छोड़ने की वजह शैक्षणिक संबंधी और कुछ अन्य जिम्मेदारियों का होना बताया गया है। मथाई दो हफ्ते में पद छोड़ने वाले जेट एयरवेज के दूसरे स्वतंत्र निदेशक हैं। उनसे पहले विक्रम सिंह मेहता ने इस्तीफा दिया था। विदेश सचिव रह चुके रंजन मथाई पिछले साल ही जेट एयरवेज के बोर्ड में शामिल हुए थे।
एयरलाइन के मुताबिक मथाई का कहना है कि 'जेट एयरवेज के बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक के तौर पर जिम्मेदारियां निभाने के लिए आगे वक्त नहीं दे सकता। इसलिए, इस्तीफे का फैसला लिया।'
वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज हिस्सेदारी बेचने के खरीदार तलाश रही है। इसके लिए टाटा सन्स से बातचीत शुरुआती स्टेज में है। एयरलाइन का कहना है कि कई निवेशकों से चर्चा चल रही है।
जेट एयरवेज में नरेश गोयल और उनकी पत्नी की 51% हिस्सेदारी है। एतिहाद एयरवेज के पास 24% शेयर हैं। जुलाई-सितंबर तिमाही में जेट को 1,261 करोड़ रुपए का घाटा (कंसोलिडेटेड) हुआ। इसे मिलाकर तीन तिमाही में 3,656 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
मार्केट शेयर में जेट एयरवेज देश की दूसरी बड़ी एयरलाइन है। अक्टूबर में इसका मार्केट शेयर 14.9% रहा। इंडिगो 42.8% शेयर के साथ टॉप पर है।
Comment Now