Saturday, 24th May 2025

छत्तीसगढ़ / हर मतदाता वोट डाले, इसलिए झोंक दी पूरी ताकत और मतदान के दिन ही सबसे ज्यादा शिकायतें नाम कटने की

Fri, Nov 23, 2018 8:50 PM

 

  • अकेले दुर्ग जिले से ही चार सौ से ज्यादा लोगों के नाम कटने की आई थी शिकायत 
  • मतदाता सूची में गड़बड़ी के कारण वोट नहीं डाल सके सैकड़ों की संख्या में मतदाता 
  • सीईओ हेल्पलाइन में मतदान के दिन प्रदेशभर से आई नाम कटने की कंपलेंट 

 

रायपुर. 18 साल से अधिक सभी लोगों के नाम मतदाता सूची में जोड़े जाएं और सभी मतदाता वोट करें, इसलिए निर्वाचन आयोग का अमला पूरे पांच साल लगा रहता है। आचार संहिता लागू होने के बाद भी आयोग और जिला प्रशासन की ओर से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया गया, फिर भी राज्य के एक हजार से ज्यादा वोटर मतदान नहीं कर सके। 

रिटायर्ड आईपीएस समेत वोटर लिस्ट से नाम कटने की शिकायतों की बाढ़

  1.  

    अकेले दुर्ग जिले से मतदान के दिन चार सौ लोगों के नाम कटने की शिकायत मिली है। रिटायर्ड एडीजी राजीव माथुर ने भी अपने साथ बोरियाकला कॉलोनी के दस से पंद्रह परिवारों के नाम कटने की शिकायत दर्ज कराई थी। वैशालीनगर के बूथ क्रमांक 219 से 223 के बीच चालीस प्रतिशत लोगों के नाम नहीं होने की भी शिकायत आई है। 

     

  2.  

    आयोग के अफसरों का कहना है कि 66509 लोगों ने 27 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन से पहले 31 जुलाई को प्रारूप मतदाता सूची में नाम हटाने के लिए आवेदन दिया था। यानी ये लोग दूसरे स्थान पर अपना नाम जुड़वाना चाहते थे। आयोग को 20 नवंबर को मतदान के दिन मिली शिकायतों के मद्देनजर यह माना जा रहा है कि सैकड़ों की संख्या में लोगों का नाम दूसरी जगह जुड़ नहीं पाया था, इसलिए वे वोट नहीं डाल सके। 

     

  3. यह थी प्रक्रिया 

     

    मतदाता सूची में नाम जुड़वाने संशोधन, ट्रांसफर या हटवाने के लिए सालभर अभियान चलता है। इसके लिए ऑनलाइन या प्रत्यक्ष आवेदन दिए जा सकते हैं। आयोग की वेबसाइट के अलावा जिलों या तहसील में निर्वाचन कार्यालयों में आवेदन दिया जा सकता है। 

     

  4. हेल्पलाइन में कुछ शिकायतें ऐसी भी 

     

    मतदान के दिन दिनभर चले शिकायतों के दौर में वोटर लिस्ट से नाम कटने की सबसे ज्यादा शिकायतों के अलावा कुछ मतदान केंद्रों में कर्मचारी नहीं होने, टेंट या पंडाल की व्यवस्था नहीं होने और सेल्फी जोन नहीं होने के संबंध में भी शिकायतें आई थीं। 

     

  5. आयोग ही पहुंच गए 

     

    वोटिंग के दिन हेल्पलाइन सेंटर में राजधानी के अवंति विहार के कारोबारी प्रतापराय का नाम जब वोटर लिस्ट में नहीं मिला तो खुद ही हेल्पलाइन सेंटर में पहुंच गए थे। उन्होंने अपने परिवार के 8 लोगों का नाम ग्रामीण क्षेत्र में करने के लिए एक साल पहले अावेदन दिया था। 

     

  6. अब इस तरह जुड़ सकेगा नाम 

     

    • ऑनलाइन - आयोग के पोर्टल nvsp.in पर कभी भी वोटर लिस्ट में जरूरी दस्तावेजों के साथ मतदाता सूची में नाम जोड़ने ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। 
    •  गलतियों का संशोधन - वोटर कार्ड में नाम, फोटो, एड्रेस, जन्मतिथि समेत किसी भी संशोधन के लिए फॉर्म 8 भरना होगा। इसके लिए भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। 
    •  सूची से नाम हट गया - पुनरीक्षण के दौरान वोटर बताए पते पर नहीं होता तो उसका नाम काट दिया जाता है। दोबारा इनरोल करने बीएलओ के पास फॉर्म 6 जमा करना होगा। 
    •  नए वोटर - 18 साल की आयु हो गई है तो वोटर कार्ड बनवाने के लिए फॉर्म 6 भरना होगा। राष्ट्रीय मतदाता पोर्टल www.nvsp.in पर ऑनलाइन डिटेल भर सकते हैं। 
    •  ट्रांसफर होने पर - ट्रांसफर होने पर नया वोटर कार्ड बनवाने के लिए फॉर्म 7 भरना होगा। जो संबंधित इलाके के एसडीएम ऑफिस में मिलेगा। 

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery