लखनऊ. यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने सोमवार को राजधानी के एक होटल में अपनी फिल्म राम जन्मभूमि का ट्रेलर जारी करते हुए कहा कि, कट्टरपंथी समाज में मैनें अपनी छोटी सी आवाज उठाई थी। राम मंदिर यदि समझौते से बन जाए तो, यह सबसे अच्छी बात होगी। अभी मेरी उम्मीदें टूटी नहीं है।
वसीम रिजवी ने कहा, वर्ष 1992 में अयोध्या में जो गोली कांड हुआ था, निहत्थे कारसेवकों पर गोली चलाई गई थी, वहां से फिल्म शुरू होती है। सदानन्द शास्त्री इसके मुख्य किरदार हैं। विलेन का रोल मौलाना जफर खान के नाम से है, जो पाकिस्तान के एजेंट हैं। शरई दफ्तर खोलकर देश के मुसलमानों को भड़काते हैं, जिसने हलाला अपनी बहू के साथ में किया उसका शोषण किया। आखिर में मुसलमान उसकी असलियत को पहचान जाते हैं और उसे देश छोड़ना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म विशेष को फिल्म में टारगेट नहीं किया गया है। एक अच्छा और बुरा कैरेक्टर दिखाया गया है। इस तरह की फिल्म अगर मेरे नाम से सामने आ जाती तो हम लोग बहुत मार खाते। कई जगह हुआ भी। नीमसार, अयोध्या में हुआ ऐसा। दिसम्बर में इसको किसी बड़ी एजेंसी से रिलीज कराने की तैयारी है।
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