Saturday, 24th May 2025

सिंगापुर / फिनटेक उत्सव में मोदी ने कहा- भारत में वित्तीय क्रांति से हो रहा 130 करोड़ लोगों की जिंदगी में बदलाव

Wed, Nov 14, 2018 5:52 PM

  • मंगलवार रात दो दिन के सिंगापुर दौरे पर पहुंचे मोदी, पूर्व एशिया सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
  • प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस से भी करेंगे मुलाकात

 

सिंगापुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार रात दो दिन के दौरे पर सिंगापुर पहुंचे। यहां तीसरे फाइनेंस टेक्नोलॉजी (फिनटेक) उत्सव में उन्होंने कहा- भारत में भी एक वित्तीय क्रांति चल रही है और 130 करोड़ लोगों की जिंदगी बदल रही है। उन्होंने कहा- अभी हमने दिवाली का त्योहार मनाया। सिंगापुर में भी एक तरह की दिवाली मनाई जा रही है। यह युवाओं के ऊर्जा और बेहतर काम की दिवाली है। 

 

 

मोदी ने कहा- फिनटेक एक फाइनेंस और टेक्नोलॉजी का उत्सव है। सिंगापुर फाइनेंस का ग्लोबल हब है। भारत और सिंगापुर मिलकर आसियान देशों के मध्यम और छोेटे बिजनेसमैन को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।

 

‘अब तकनीक ही असली ताकत’

मोदी ने कहा- आज तकनीक की मदद से वैश्विक अर्थव्यवस्था बदल रही है। नई दुनिया में तकनीक ही असली ताकत है। 2014 में हमने विकास के सिद्धांत पर सरकार बनाई। सरकार का मकसद है कि देश के हर व्यक्ति और दूरदराज स्थित एक गरीब को भी योजनाओं का लाभ मिले। हमने कुछ सालों में 1.2 अरब लोगों का बायोमीट्रिक डेटा तैयार किया है। हमने 30 लाख नए खाते खोले। 

 

यूपीआई से लेनदेन 1500 गुना बढ़ा
मोदी के मुताबिक- भारत में रुपे और भीम ऐप के जरिए डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़ा है। देश के 128 बैंक यूपीआई से जुड़े हैं। बीते 24 महीनों में यूपीआई से ट्रांजैक्शन में 1500 गुना का इजाफा हुआ है। हर महीने डिजिटल ट्रांजैक्शन 30% बढ़ रहा है।

 

दो अरब लोगों को बैंक से जोड़ने वाला सॉफ्टवेयर लॉन्च 
मोदी फिनटेक उत्सव में मोदी ने एपीआईएक्स बैकिंग सॉफ्टवेयर को भी लॉन्च किया। मकसद दुनिया के ऐसे दो अरब लोगों को जोड़ना है, जिनका बैंक अकाउंट नहीं है। समिट में 400 एग्जिबिटर्स आए हैं। एपीआईएक्स को हैदराबाद, कोलंबो और लंदन के विशेषज्ञों ने बनाया है। मोदी इस उत्सव में हिस्सा लेने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं। यह फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी पर दुनिया का सबसे बड़ा कार्यक्रम है। इसमें 30 हजार लोगों ने हिस्सा लिया।

 

पूर्व एशिया समिट: 18 सदस्य देश, हिंद प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर बातचीत 
पूर्वी-एशिया समिट हिंद-प्रशांत देशों का मंच है। इसमें 10 आसियान देश और आठ डायलॉग पार्टनर देश- भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, रूस सदस्य हैं। गठन 2005 में हुआ था। संगठन हिंद-प्रशांत क्षेत्र में राजनीतिक, सुरक्षा, ट्रेड आदि क्षेत्रों में अहम भूमिका निभा रहा है। मोदी समिट में 5वीं बार हिस्सा ले रहे हैं। वह सदस्य देशों के साथ सूचना, स्मार्ट सिटी, समुद्री सहयोग, शिक्षा, वित्त, पर्यावरण, ऊर्जा, आतंकवाद पर चर्चा करेंगे। 

 

आसियान-इंडिया ब्रेकफास्ट: भारत का अासियान देशों के निर्यात में 11.28% हिस्सा 
मोदी आसियान-इंडिया ब्रेकफास्ट समिट में 10 सदस्य देशों के साथ आपसी संबंधों की समीक्षा करेंगे। 2017-18 में भारत और आसियान देशों के बीच छह लाख करोड़ रुपए का ट्रेड हुआ। इसमें भारत का योगदान 10.58% रहा। जबकि आसियान देशों को निर्यात हुए सामान में 11.28% हिस्सा भारत का रहा। जनवरी में भारत आसियान देशों के साथ पार्टनरशिप के 25 साल होने पर समिट का आयोजन करेगा। 26 जनवरी को सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष चीफ गेस्ट बनेंगे। 


द्विपक्षीय वार्ता: अमेरिका और सिंगापुर के साथ 
मोदी अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे। इसमें ईरान पर भी बातचीत हो सकती है। दरअसल, अमेरिका ने ईरान पर तेल निर्यात को लेकर प्रतिबंध लगा रखे हैं। सिंगापुर के पीएम ली सीन लोंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। 

 

आरसीईपी: 16 सदस्य देशों में दुनिया का 40% ट्रेड 
मोदी आरसीईपी समिट में सदस्य देशों के बीच आपसी समझौतों की समीक्षा करेंगे। सदस्य देशों के बीच फ्री ट्रेड समझौते का प्रस्ताव देंगे। आरसीईपी में 10 आसियान सदस्य देश ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपींस, लाओस और वियतनाम और छह एफटीए देश भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आॅस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड हैं। यदि इन देशों के बीच फ्री ट्रेड समझौता होता है, तो इससे दुनिया की करीब 45% आबादी कवर होगी। सदस्य देशों के बीच दुनिया का 40% ट्रेड होता है। यह दुनिया की जीडीपी का 34% है। इसकी कुल आय 155 लाख करोड़ रु. है। फ्री ट्रेड को लेकर सदस्यों में 2012 से 24 बार वार्ता हो चुकी है। 

 

इंडिया-सिंगापुर हेकाथॉन: दुनिया की 40 टीमें, मोदी के सुझाव पर हो रहा इवेंट 
मोदी पहली इंडिया-सिंगापुर हेकाथॉन-2018 के विजेताओं को सम्मानित करेंगे। इसमें 40 टीमें शिरकत कर रही हैं। इसका शुभारंभ सोमवार को हुआ। मोदी ने इसी साल जून में सिंगापुर दौरे पर प्रधानमंत्री ली सीन लोंग को हेकथॉन का सुझाव दिया था। सिंगापुर से नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी और भारत से अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) हेकाथॉन का नेतृत्व कर रही हैं। दुनिया की 40 टीमें हेकाथॉन में हिस्सा ले रही हैं। 

 

क्वाड बैठक: मोदी क्वाड समूह के सदस्य देशों के संयुक्त सचिव स्तरीय बैठक में भी भाग लेंगे। क्वाड में भारत, जापान, अमेरिका, और ऑस्ट्रेलिया सदस्य हैं। 

 

सिंगापुर में भारतीय समुदाय ने मोदी का जोरदार स्वागत किया

 

मोदी ने कहा- यह भारत की शक्ति को प्रदर्शित करने का मौका

यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने कहा- आसियान-भारत और पूर्वी एशिया सम्मेलनों में उनकी भागीदारी आसियान के सदस्‍य देशों और व्‍यापक भारत-प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत बनाने के भारत के निरंतर संकल्‍प का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वित्‍तीय तकनीकी पर विश्‍व के सबसे बड़े आयोजन वाला यह उत्‍सव तेजी से बढ़ रहे इस क्षेत्र में न सिर्फ भारत की शक्ति को प्रदर्शित करने का उचित मंच है बल्कि नवाचार और विकास को बढ़ाने के लिए वैश्विक साझेदारी करने का भी मंच है। 

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