भोपाल. भाजपा के 176 प्रत्याशी घोषित करने के लिए चले मंथन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सर्वे को तवज्जो मिली। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और शिवराज की आधे घंटे की मुलाकात ने टिकट से जुड़े समीकरण बदल दिए। मुख्यमंत्री की ओर से शाह को भरोसा दिलाया गया, जिसके बाद पहली सूची में अधिकतर नाम सीएम के सर्वे के आधार पर ही तय हुए। भोपाल की उत्तर व गोविंदपुरा, इंदौर की लगभग सभी सीटों और जबलपुर शहर की कुछ सीटों को लेकर उलझन है।
भोपाल की दोनों सीटों पर देर रात तक सहमति बनाने के प्रयास होते रहे। सूत्रों का कहना है कि गोविंदपुरा से दावेदार कृष्णा गौर ने दिल्ली से लौटे शिवराज से शुक्रवार देर शाम मुलाकात की। बाबूलाल गौर ने भी प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से बात की। कृष्णा ने संघ के कुछ नेताओं से भी संपर्क साधा, लेकिन बात नहीं बनी। संघ ने गोविंदपुरा से पार्टी के प्रदेश महामंत्री विष्णुदत्त शर्मा का नाम आगे बढ़ाया है। जबकि महापौर आलोक शर्मा और कृष्णा को भोपाल उत्तर से लड़ने का सुझाव दिया गया है। हालांकि वे इसके लिए तैयार नहीं हैं।
इंदौर के मामले में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के कारण गणित गड़बड़ा गए हैं। विजयवर्गीय बेटे आकाश के लिए इंदौर शहर की एक सीट मांग रहे हैं। इसलिए कुछ सीटों पर उलटफेर हो सकता है। जबलपुर की कुछ सीटों पर मप्र-छग के संघ नेताओं ने जोर लगाया है। उधर मनासा से टिकट पाने वाले माधव मारू का विरोध शुरू हो गया है। मारू ने टिकट मिलने से कुछ घंटे पहले ही भाजपा की सदस्यता ली थी।
ग्वालियर-चंबल के टिकटों पर नरेंद्र सिंह तोमर ने अपनी राय दी। सूची जारी हुई तो उसमें सीएम के सर्वे को आधार बनाया गया। विजयपुर सीट से सीताराम आदिवासी, ग्वालियर पूर्व से सतीश सिंह सिकरवार और करैरा से ओमप्रकाश खटीक की जगह राजकुमार खटीक के टिकट के संबंध में तोमर की सलाह अलग थी। धार से दावेदारी कर रहे जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष राजू यादव, जयराम गावर, संजय नगाइच, अभिषेक भार्गव समेत युवा मोर्चा के कई चेहरे हैं, जिन्हें मौका नहीं मिला।
लिस्ट में दो स्थानों पर एक नाम वाले प्रत्याशी हैं। खजुराहो से सांसद नागेंद्र सिंह को नागौद से उम्मीदवार बनाया है, तो गुढ़ सीट से भी उनके हमनाम नागेंद्र सिंह ही प्रत्याशी हैं। इसी तरह जयसिंहनगर से जयसिंह मरावी और डिंडोरी सीट से भी जयसिंह मरावी नाम के प्रत्याशी हैं।
ये हैं पीएल तंतुवाय। हटा से भाजपा प्रत्याशी। ये नया चेहरा हैं और 32 दिन पहले ही एसबीआई पन्ना से रिटायर्ड हुए हैं। शुक्रवार को पीएल बाजार घूमने निकले थे। तभी उन्हें किसी का फोन आया। पीएल ने बाइक साइड में लगाई और फोन रिसीव किया। सामने से आवाज आई कि आपको विधायक का टिकट मिला है। तैयारी कीजिए। फोन सुनकर पीएल हैरान थे, क्योंकि टिकट उन्होंने नहीं, उनकी पत्नी भाजपा महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष रामकली तंतुवाय ने मांगा था। पीएल का नाम तो दूर-दूर तक नहीं था। टिकट की खबर से बेखबर रामकली उस वक्त घर की देहरी लीप रहीं थीं।
सूची में एक मंत्री सहित तीन विधायक ऐसे हैं जिनकी सीट बदली गई है। मंत्री ललिता यादव को छतरपुर के बजाय मलहरा से, अशोकनगर से विधायक गोपीलाल जाटव को गुना और जैतपुर से विधायक जयसिंह मरावी को जयसिंह नगर से प्रत्याशी बनाया गया है।
पिछले चुनाव में तीन निर्दलीय विधायक थे- सुदेश राय, दिनश राय मुनमुन, कलसिंह भाबर। तीनों ने बाद में भाजपा ज्वाइन की। अब सुदेश को सीहोर, दिनेश को सिवनी और थांदला से भाबर को टिकट दिया गया है। सुदेश और मुनमुन दोनों कांग्रेस में थे। बाद में निर्दलीय लड़े थे। भाबर को 2013 में भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो वे निर्दलीय लड़कर जीते थे।
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