नई दिल्ली. आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने आरबीआई के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य के बयान पर चुटकी ली। गर्ग ने शुक्रवार शाम ट्विटर पोस्ट के जरिए कहा कि रुपए समेत दूसरे आर्थिक मोर्चों पर अच्छे संकेत मिल रहे हैं। क्या यह बाजार की नाराजगी है ?
विरल आचार्य ने पिछले हफ्ते आरबीआई की स्वतंत्रता का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि इसकी अनदेखी करना सरकार के लिए विनाशकारी हो सकता है। उन्होंने कहा कि जो सरकार केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता का सम्मान नहीं करती उसे बाजार की नाराजगी झेलनी पड़ती है।
विरल आचार्य के बयान से सरकार और आरबीआई के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए थे। बुधवार को मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि सरकार आरबीआई एक्ट की धारा 7 को लागू करेगी तो रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल इस्तीफा दे सकते हैं।
वित्त मंत्रालय ने भी बुधवार को बयान जारी किया कि सरकार आरबीआई की स्वायत्तता का सम्मान करती है। सरकार और आरबीआई के बीच सरकारी बैंकों की हालत, लिक्विडिटी की कमी और पावर सेक्टर के एनपीए के मुद्दे पर मतभेद हैं।
आरबीआई एक्ट की धारा 7 का इस्तेमाल करते हुए सरकार ने पिछले दिनों रिजर्व बैंक को तीन पत्र भेजे थे। इसमें आरबीआई और सरकार के बीच सिर्फ सलाह-मशविरे का जिक्र किया गया था। इस धारा के तहत सरकार को आरबीआई के लिए आदेश जारी करने का भी अधिकार है।
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