Sunday, 1st June 2025

मंडे पॉजिटिव / 70 लाख युवा वोटर्स को साधने के लिए दोनों दलों ने 12 आईटी एक्सपर्ट्स को उतारा मैदान में

Mon, Oct 29, 2018 6:43 PM

  • बल्क एसएमएस, मिस्ड कॉल सर्विस, टोल फ्री नंबर का सेटअप तैयार, एक साथ 10 हजार लोगों तक मैसेज पहुंचाने की व्यवस्था

 

श्रद्धा चौबे, इंदौर . प्रदेश में 18 से 23 आयु वर्ग के 70 लाख युवा मतदाता फेसबुक, वाट्सएप, इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हैं। इन्हें साधने के लिए भाजपा व कांग्रेस ने शहर के दर्जनभर आईटी एक्सपर्ट्स को टीम के साथ काम पर लगाया है। एक्सपर्ट्स कांग्रेस और भाजपा के भावी उम्मीदवारों को मैदानी मुद्दों की सटीक जानकारी, मतदाताओं की विचारधारा से भी अवगत करा रहे हैं। 

मतदाता की वास्तविक सोच व आवश्यकता का पता लगाना : बीटेक-आईआईटी क्षितिज चंद्रसेन अपनी 40 सदस्यों की टीम के साथ सक्रिय हैं। चंद्रसेन के अनुसार 18 से 23 आयु वर्ग के मतदाता ऐसे हैं जिन्होंने 15 सालों में सिर्फ भाजपा सरकार देखी है। सही डाटाबेस के लिए वोटर्स की जाति, उम्र, लिंग और विभिन्न आय वर्ग जैसी बातों पर काम हो रहा है। कांग्रेस का व्यंग, विरोध पर तो भाजपा का डेवलपमेंट पर जोर है।

 

एप के जरिये वीडियो से प्रमोशन, नेताजी की सीधी बात : इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियर प्रशांत पटेल 25 सदस्यों की टीम के साथ सक्रिय हैं। पटेल कहते हैं प्रमोशन के लिए डेढ़ मिनट के वीडियो तैयार हो रहे हैं। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर जैसे शहरी एरिया में एप को लेकर अधिक रुझान है। बल्क एसएमएस, वॉयस कॉल, मिस्ड कॉल सर्विस, टोल फ्री नंबर की सुविधा को लेकर भी तैयारियां की हैं। 

 

रात 10 से साढ़े 10 बजे तक करते हैं ज्यादा पोस्ट अपलोड : डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट रोहित मावले 25 सदस्यों की टीम के साथ जुटे हैं। इनका काम प्रत्याशी को क्षेत्रीय मुद्दों, मतदाता की सोच और प्रतिक्रियाओं से अवगत कराना है। ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे व्यक्तियों को तलाश रहे हैं। जिनकी सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स संख्या अधिक है। रात 10 से 10.30 बजे के बीच ज्यादातर पोस्ट अपलोड हो रही है। इस वक्त ज्यादातर युवा ऑनलाइन रहते हैं।

 

लेटेस्ट कंटेंट के साथ पॉजिटिव न्यूज, 10 हजार का डाटा तैयार : बीकॉम व ग्राफिक डिजाइनिंग में डिप्लोमा राज आर्य 15 सदस्यों की टीम के साथ सक्रिय हैं। वे कहते हैं ग्रामीण क्षेत्रों में वाट्सएप और फेसबुक के यूजर्स अधिक हैं। शहरों में इनके साथ ही इंस्टाग्राम का चलन ज्यादा है। समाचार पत्रों में छपने वाली पॉजिटिव खबरों को लेटेस्ट कंटेंट के तौर पर परोसा जा रहा है। शेअरिंग और लाइक्स के लिए 5 से 10 हजार लोगों का डाटा जुटाया है।

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