नई दिल्ली. रुपए में मजबूती और एशियाई बाजारों में तेजी से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। सेंसेक्स 201 अंकों की उछाल के साथ 33,550 के स्तर पर खुला। वहीं, निफ्टी 48 अंक चढ़कर 10,078 के स्तर पर खुला। तेज शुरुआत के बाद बाजार ने थोड़ी बढ़त गंवा दी। आईसीआईसीआई बैंक में 5%, यस बैंक में 2% की तेजी दर्ज की गई है। एनएसई पर सेक्टोरल इंडेक्स में ऑटो, फार्मा, पीएसयू बैंक में बढ़त के साथ कारोबार देखने को मिल रहा है। हालांकि, आईटी, रियल्टी और एफएमसीजी में गिरावट है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी खरीददारी देखने को मिल रही है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.50% बढ़ा है जबकि निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.52% की तेजी दर्ज की गई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.48% बढ़ा है।
कारोबार के दौरान आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, मारुति, आईटीसी, एसबीआई, सन फार्मा, एक्सिस बैंक, यस बैंक और इंफोसिस के शेयरों में बढ़त देखी जा रही है। वहीं, कोटक बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, ओएनजीसी, एचयूएल, एचडीएफसी बैंक, टीसीएस, विप्रो में कमजोरी है।
घरेलू स्तर पर कमजोर मैक्रो फैक्टर, एनबीएफसी में लिक्विडिटी का संकट, घरेलू म्युचुअल फंड के फ्लो में कमी और अर्निंग सीजन उम्मीद से कमजोर रहना ऐसे फैक्टर हैं जो बाजार पर दबाव डाल रहे हैं। वहीं, वैश्विक स्तर पर अमेरिका में 10 साल के बॉन्ड यील्ड में तेजी, दुनियाभर के कई प्रमुख बाजारों में कमजोरी, विदेशी संस्थागत निवेशकों का बाजार में आकर्षण कम होना, क्रूड की कीमतों में तेजी, ट्रेड वार और जियो पॉलिटिकल टेंशन बाजार पर असर डाल रहे हैं।
एपिक रिसर्च के सीइओ नदीम मुस्तफा का कहना है कि शेयर बाजार लंबे समय से करेक्टिव मोड में है। घरेलू के साथ वैश्विक स्तर पर भी कई निगेटिव फैक्टर बाजार के सेंटिमेंट खराब कर रहे हैं। दुनियाभर के प्रमुख बाजारों में भी गिरावट है, जिसका असर भारतीय बाजार पर हो रहा है। बाजार में हाई वोलैटिलिटी अभी बनी हुई है जो आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। नियर टर्म की बात करें तो निफ्टी के लिए 9950 का स्तर बेहद अहम हो गया है, जो 52 हफ्तों का लो है। यह लेवल ब्रेक हुआ तो निफ्टी 9650-9700 के स्तर तक टूट सकता है।
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