रायगढ़. चार दिन पहले ही रायगढ़ ब्लॉक के देवरी पीडीएस दुकान को रायगढ़ एसडीएम ने सस्पेंड करते हुए डूमरपाली दुकान में अटैच कर दिया है। अब गांव की महिलाओं ने फूड इंस्पेक्टर व रायगढ़ एसडीएम को ही कटघरे में खड़ा करते हुए बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लगा कर शिकायत कलेक्टर से की है।
देवरी में सरस्वती स्व सहायता समूह द्वारा पीडीएस दुकान संचालित किया जा रहा था। यहां के हितग्राहियों ने प्रति किलो 100 ग्राम कम राशन देने की शिकायत जिला प्रशासन से की थी। इस पर फूड इंस्पेक्टर तरूण नायक ने 22 सितंबर को मौके पर जांच की। जांच में शिकायत सही पाए जाने व अन्य खामियां मिलने की रिपोर्ट बनाकर एसडीएम भागवत प्रसाद जायसवाल को सौंप दी। एफआई की रिपोर्ट के आधार पर पीडीएस दुकान को सस्पेंड करते हुए पड़ोस गांव में अटैच कर दिया। इस मामले में नया मोड़ शुक्रवार की दोपहर को आया जब गांव की दर्जनों महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंची और पूरी कार्रवाई को सरपंच व भाजपा नेताओं के दबाव में करने का आरोप लगाई है। कलेक्टर को शिकायत करते हुए बताया है कि पीडीएस दुकान में किसी तरह की डंडी नहीं मारी जा रही थी। समय पर पीडीएस सामग्री दी जाती थी। मगर सरस्वती स्व सहायता समूह के संचालक कांग्रेस से जुड़े हैं। यही बात गांव के सरपंच और भाजपा नेताओं को हजम नहीं हो रही थी। वहीं सरपंच पर पीडीएस संचालक से 10 हजार रुपए मांगी गई थी, लेकिन उसने नहीं दिया तो पहले झूठी शिकायत की गई और जब फूड इंस्पेक्टर जांच करने मौके पर गए तो वास्तविक हितग्राहियों का बयान लेने की बजाय सरपंच ने भाजपा से जुड़े लोगों का झूठा बयान दर्ज करा दिया। देवरी की महिलाएं इस मामले में दोबारा जांच करने और दोषी लोगों पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
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