कांकेर/नरहरपुर. नरहरपुर में आयोजित बोनस तिहार और आदिवासी सम्मेलन में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री रमन सिंह आदिवासी समाज प्रतिनिधि मंडल के साथ भोजन और चर्चा में शामिल नहीं हो पाए। इसे लेकर समाज के लोगों में नाराजगी है। समाज के प्रतिनिधि मंडल के साथ बाद में भोजन और चर्चा करने सांसद विक्रम उसेंडी पहुंचे।
शाह के कार्यक्रम में आदिवासी समाज के साथ भोजन और चर्चा भी शामिल था।रेस्ट हाउस में आदिवासी समाज के लोग रमन व शाह का इंतजार करते रहे, लेकिन देरी होने के चलते वे वहां नहीं पहुंच सके। आदिवासी समाज के लोगों को आमंत्रित करने को बनाई लिस्ट भी विवादित रही। दरअसल, पहले प्रशासन ने 87 लोगों की लिस्ट बनाई थी लेकिन बाद में पता चला कि इसमें बहुत से कांग्रेसी हैं, तो लिस्ट को कांट छांट कर आधी की गई।
सांसद उसेंडी ने कहा कि मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय अध्यक्ष नरहरपुर में देरी से पहुंचे। उन्हें दुर्ग में भी आयोजित महिला सम्मेलन में पहुंचना था इसलिए रेस्ट हाउस में निर्धारित आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों के साथ भोजन और चर्चा में नहीं पहुंच पाए। पार्टी के निर्देश पर मैं खुद रेस्टहाउस पहुंचा और समाज के लोगों के साथ भोजन और चर्चा में शामिल हुआ।
आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष सुमेर सिंह नाग ने तो कहा कि कार्यक्रम का नाम आदिवासी सम्मेलन था, लेकिन कार्यक्रम में आदिवासियों की जमकर उपेक्षा की गई। मंच पर समाज के लोगों को सम्मान देना तो दूर स्वागत करने तक नहीं बुलाया गया। समाज के जिन लोगों से स्वागत कराया गया, वे भी भाजपा पदाधिकारी ही थे।
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