जंगली हाथी ने फिर ली ग्रामीण की जान
Tue, Oct 2, 2018 6:53 PM
रायगढ़. आदिवासी अंचल रायगढ़ जिले के वनांचल क्षेत्र धरमजयगढ़ वन मंडल में विगत कई वर्षो से जंगली हाथियों का आंतक लगातार जारी है। इस क्षेत्र में आए दिन जंगल से निकलकर जंगली हाथी कभी ग्रामीणों के लहलहाती फसल को नुकसान पहुंचा रहे है तो कभी ग्रामीण हाथी से आमना-सामना हो जाने पर अपने प्राण गंवा रहे हैं। इसी क्रम में कल शाम 5 बजे काम से घर लौट रहे युवक का जंगली हाथी से सामना हो जाने पर हाथी ने उसे कुचलकर मौत के घाट उतार दिया।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ क्षेत्र के ग्राम कुदमुरा का रहने वाला अनूप यादव कल शाम अपना काम निपटकार जंगल के रास्ते अपने घर जा रहा था। इसी दौरान धरमजयगढ़ से हाटी मुख्य मार्ग से पुरुगा जाने के रास्ते में उसका सामना जंगली हाथी से हो गया। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में बीते कई दिनों से 30 से 40 जंगली हाथियो के बड़े दल में डेरा जमाए हुए है, जो आए दिन जंगल से निकलकर ग्रामीणों के द्वारा लगाई गई फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना था कि वन विभाग के अधिकारियों को हाथी निकलने की जानकारी दी जाती है मगर उनके द्वारा इस मामले को किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नही की जाती और न ही जंगली हाथियों को भगाने के लिए सामान ग्रामीणों को दिया जाता है। लिहाजा दहशत के साए में धरमजयगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण जीवन जीने को मजबूर है। इस घटना के बाद ग्राम कुदमुरा सहित आसपास के गांव के सैकड़ो ग्रामीणों ने आंदोलन का रूख अख्तियार कर लिया और देर रात तक चक्काजाम करते हुए अपना आक्रोश भी जताया था। जिसको लेकर वन विभाग की टीम ने आनन-फानन में पीडि़त परिवार को मुआवजा देने के साथ-साथ ग्रामीणों को हाथियों के आतंक से मुक्ति दिलाने की लिए सहयोग की भी बात कही थी। बहरहाल धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के 34 गांवों में अलग-अलग जंगली हाथियों के झुंड भय व आतंक का पर्याय बने हुए हैं और आए दिन किसानों की खडी फसल को रौंदने के अलावा घर से बाहर निकलने वालों के लिए मौत का काल बन चुके हैं।
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