अगरतला: भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ किसी मुद्दे पर बातचीत करने का कोई औचित्य नहीं है। इसकी वजह है कि पड़ोसी देश को आईएसआई, सेना और आतंकवादी चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान केवल कागजों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं। उनकी हैसियत सिर्फ चपरासी जैसी है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पदभार संभालने के बाद इमरान खान ने आतंकवाद और कश्मीर समेत अन्य मुद्दों पर भारत के साथ बातचीत की पेशकश की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शांति वार्ता के लिए पत्र भी लिखा था।
स्वामी ने कहा, "बातचीत का कोई औचित्य ही नहीं है। भारत जब पाकिस्तान की आलोचना करता है तो उसे मानसिक आनंद मिलता है। इसलिए उनकी तरफ ध्यान नहीं देना चाहिए।"
स्वामी ने कहा कि वह एनडीए सरकार के प्रदर्शन से खुश हैं। पिछले चार सालों में सरकार ने कई अच्छे काम किए हैं और लोग अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए इसे सत्ता में दोबारा वापस लाएंगे।"
उन्होंने कहा कि भाजपा दो राष्ट्रीय मुद्दों हिंदुत्व और भ्रष्टाचार पर चुनाव लड़ेगी। अगले साल 2019 के लोकसभा चुनावों में ये मुद्दे ही हावी रहेंगे।
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